
Territorial Army
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय थलसेना प्रमुख (Army Chief) को टेरीटोरियल आर्मी (Territorial Army) को तैनात करने की विस्तृत शक्तियाँ प्रदान की हैं।
यह निर्णय टेरीटोरियल आर्मी नियमावली 1948 के नियम 33 (Rule 33) के तहत लिया गया है। इस प्रावधान के अंतर्गत अब थलसेनाध्यक्ष जरूरत पड़ने पर टेरीटोरियल आर्मी की यूनिट्स को देश के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की सहायता के लिए तैनात कर सकते हैं।
टेरीटोरियल आर्मी (Territorial Army) भारत की “सिटिज़न आर्मी” है, जो जरूरत पड़ने पर देश की रक्षा में नियमित सेना की मदद करती है। इसकी शुरुआत 1857 की पहली स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक वॉलंटियर फोर्स के रूप में हुई थी।
टेरीटोरियल आर्मी का इतिहास
- 1917 में Indian Defence Force Act पास हुआ। इसमें विश्वविद्यालयों से डिफेंस फोर्स में योगदान माँगा गया।
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पंडित नेहरू इस फोर्स से जुड़े थे।
- 1920 में Sir Charles Monroe ने Indian Territorial Force बनाने का बिल पेश किया। यह नियमित सेना की दूसरी लाइन के रूप में काम करता था।
Territorial Army- स्वतंत्रता के बाद विकास
- 18 अगस्त 1948 को Territorial Army Act पास हुआ।
- 9 अक्टूबर 1949 को भारत के पहले गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी ने Territorial Army का उद्घाटन किया।
- हर साल 9 अक्टूबर को टेरीटोरियल आर्मी दिवस मनाया जाता है।
वर्तमान स्वरूप
- अब Territorial Army में लगभग 50,000 जवान हैं।
- इसमें रेलवे, IOC, ONGC जैसे विभागीय और इंफैंट्री, ईकोलॉजिकल बटालियन जैसे गैर-विभागीय यूनिट शामिल हैं।
- यह सेना की मदद के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं, औद्योगिक अशांति, और पर्यावरण संरक्षण जैसे कामों में भी सक्रिय है।
सेना अभियानों में योगदान
- 1962, 1965, 1971 की लड़ाइयों में भागीदारी
- श्रीलंका (OP PAWAN), पंजाब और कश्मीर (OP RAKSHAK), पूर्वोत्तर (OP RHINO, OP BAJRANG) में भी सक्रिय भूमिका
- लातूर भूकंप, उत्तरकाशी, ओडिशा चक्रवात जैसी आपदाओं में मदद
पर्यावरण संरक्षण में योगदान
- इकोलॉजिकल बटालियन ने अब तक 6 करोड़ से ज़्यादा पेड़ लगाए हैं।
- उत्तराखंड, हिमाचल, राजस्थान, दिल्ली और असम में बड़े स्तर पर हरियाली बढ़ाने का कार्य किया।
सम्मान और गौरव
- TA के जवानों को अब तक किरती चक्र, वीर चक्र, शौर्य चक्र, सेना मेडल समेत कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
- कई उद्योगपति, राजनेता और प्रसिद्ध हस्तियाँ TA का हिस्सा रह चुकी हैं।
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