
भारत में डिजिटल एड्रेसिंग का नया युग
भारत सरकार ने देशभर में स्थानों की पहचान को आसान और सटीक बनाने के लिए एक नई डिजिटल पहल शुरू की है – DIGIPIN. इसे इंडिया पोस्ट द्वारा विकसित किया गया है और यह देश के हर कोने – शहर, गांव, जंगल, समंदर – को एक अद्वितीय डिजिटल कोड प्रदान करता है।
यह सिस्टम न केवल ई-कॉमर्स डिलीवरी को आसान बनाएगा बल्कि आपातकालीन सेवाओं जैसे एंबुलेंस, पुलिस, फायर ब्रिगेड को भी तेज़ी से सहायता पहुंचाने में मदद करेगा।
DIGIPIN क्या है?
DIGIPIN यानी Digital PIN एक 10-अंकीय अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है, जो भारत की हर 4×4 मीटर की ग्रिड पर आधारित होता है। इस कोड से देश के किसी भी स्थान को सटीकता से पहचाना जा सकता है – चाहे वो किसी महानगर की इमारत हो या किसी गांव का छोटा घर।
उदाहरण के लिए: नोएडा स्थित जागरण न्यू मीडिया ऑफिस का DIGIPIN है – 39J-5JP-7J8L
DIGIPIN किसने विकसित किया?
यह सिस्टम भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा निम्नलिखित संस्थानों की मदद से विकसित किया गया है:
- नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC) – ISRO के अंतर्गत
- IIT हैदराबाद
इस साझेदारी में सैटेलाइट इमेजिंग, रिमोट सेंसिंग और डिजिटल मैपिंग की तकनीक शामिल है।
DIGIPIN की ज़रूरत क्यों पड़ी?
DIGIPIN केवल डाक पहुँचाने के लिए नहीं बना है, बल्कि यह देश के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को आगे बढ़ाने की एक कड़ी है:
- असंगठित या बिना पते वाले क्षेत्रों में भी सटीक पहचान
- लॉजिस्टिक्स और लास्ट-माइल डिलीवरी में सहूलियत
- पुलिस, एंबुलेंस और फायर जैसी सेवाओं को समय पर मदद
- सरकारी योजनाओं और सर्वे के लिए सटीक स्थान डेटा
- पर्यटकों और ट्रैकरों के लिए सटीक नेविगेशन
DIGIPIN की खास बातें
ग्रिड-आधारित और जियो-कोडेड: हर DIGIPIN को 4×4 मीटर की ग्रिड पर तय किया जाता है, जो सीधे लोकेशन के जियो-कोर्डिनेट्स से जुड़ा होता है।
ओपन-सोर्स और इंटीग्रेटेबल: यह सिस्टम ओपन-सोर्स है और इसे ऐप्स, वेबसाइट्स या सरकारी पोर्टल्स में आसानी से जोड़ा जा सकता है।
गोपनीयता और सुरक्षा प्राथमिकता: यह कोड किसी व्यक्ति या मालिक की जानकारी नहीं दिखाता – केवल स्थान का पता बताता है।
बिना इन्फ्रास्ट्रक्चर के लागू होने वाला सिस्टम: GPS और सैटेलाइट डेटा के जरिए काम करता है, इसलिए यह सिस्टम बिना ज़मीनी ढांचे के भी काम करता है।
DIGIPIN कितना सटीक है?
DIGIPIN की सटीकता GNSS (जैसे GPS) पर निर्भर करती है। स्मार्टफोन से भी यह कुछ मीटर की सटीकता से सही लोकेशन देता है। अच्छी बात यह है कि DIGIPIN स्थायी होता है – मतलब जगह में बदलाव होने पर भी कोड वही रहता है।
DIGIPIN के उपयोग
- ई-कॉमर्स डिलीवरी – Amazon, Flipkart जैसी कंपनियों को दूरदराज़ के इलाकों में मदद
- सरकारी सेवाएं – ज़मीन रजिस्ट्रेशन, जनगणना, पेंशन आदि
- आपातकालीन सेवाएं – एंबुलेंस, पुलिस, फायर
- टूरिज़्म व एडवेंचर – ट्रैकिंग, जंगल, समंदर में दिशाएं
- अर्बन प्लानिंग – नगर निगमों को इलाके संभालने में आसानी
अपना DIGIPIN ऑनलाइन कैसे देखें? – स्टेप बाय स्टेप गाइड
Step 1: DIGIPIN की आधिकारिक वेबसाइट खोलें: https://dac.indiapost.gov.in/mydigipin/home
Step 2: ब्राउज़र में लोकेशन एक्सेस चालू करें और “Allow” पर क्लिक करें।
Step 3: “I Consent” पर क्लिक कर प्राइवेसी पॉलिसी स्वीकार करें।
Step 4: स्क्रीन के निचले हिस्से में आपका यूनिक DIGIPIN कोड दिखाई देगा।
आप किसी अन्य स्थान का DIGIPIN भी Latitude और Longitude डालकर प्राप्त कर सकते हैं। या फिर किसी DIGIPIN से उसका स्थान खोज सकते हैं।
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