पीएम सूर्य घर: मुफ़्त बिजली योजना
प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई “पीएम- सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना” का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी गरीब परिवारों को मुफ्त बिजली प्रदान करना है। इस योजना के तहत, घरों में सोलर पैनल लगाए जाएंगे, जिससे वे अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकेंगे। यह योजना न केवल बिजली की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगी बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी।
पीएम सूर्य घर: मुफ़्त बिजली योजना
यह एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी गरीब परिवारों को मुफ्त बिजली प्रदान करना है। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी, 2024 को की थी। इस योजना के तहत घरों के अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी दी जाएगी। सब्सिडी सोलर पैनल की लागत का 40% तक कवर करेगी। इस योजना से पूरे भारत में 1 करोड़ घरों को लाभ मिलने की उम्मीद है। अनुमान है कि इस योजना से सरकार को बिजली की लागत में हर साल 75,000 करोड़ रुपये की बचत होगी।
पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना क्या है?
पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना एक केंद्रीय योजना है जिसका उद्देश्य भारत में एक करोड़ घरों को मुफ़्त बिजली प्रदान करना है, घरों को हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ़्त मिल सकेगी। इसे 29 फरवरी को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 75,021 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ मंज़ूरी दी थी।
कैसे काम करेगी स्कीम
- सोलर पैनल स्थापना: घरों की छतों पर सोलर पैनल स्थापित किए जाएंगे, जो सूर्य की ऊर्जा को बिजली में परिवर्तित करेंगे।
- मुफ्त बिजली: पात्र परिवारों को इस योजना के तहत मुफ्त बिजली प्राप्त होगी।
- पर्यावरण संरक्षण: सोलर पैनल का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करने से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।
- आर्थिक लाभ: इस योजना से बिजली के बिलों में कमी आएगी, जिससे परिवारों को आर्थिक लाभ होगा।
- रोजगार के अवसर: सोलर पैनल की स्थापना और रखरखाव के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
इस योजना का उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना है, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार हो सके और देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।
पीएम सूर्य घर: मुफ़्त बिजली योजना से उपलब्ध दस्तावेज
- पहचान का प्रमाण पते का प्रमाण 3. बिजली का बिल 4. छत के स्वामित्व का प्रमाण पत्र
राष्ट्रीय सौर विज्ञान फेलोशिप कार्यक्रम:
भारत में सौर ऊर्जा अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने फरवरी 2011 में राष्ट्रीय सौर विज्ञान फेलोशिप कार्यक्रम शुरू किया गया था । इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का उद्देश्य सौर ऊर्जा विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों के बीच नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है। सौर अनुसंधान के अग्रणी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करके, कार्यक्रम सौर ऊर्जा उपयोग के सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करता है।
पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना
इस योजना में 2 किलोवाट क्षमता तक के सिस्टम के लिए सौर इकाई लागत का 60% और 2 से 3 किलोवाट क्षमता के बीच के सिस्टम के लिए अतिरिक्त सिस्टम लागत का 40 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाती है। सब्सिडी की सीमा 3 किलोवाट क्षमता तक सीमित रखी गई है। मौजूदा बेंचमार्क कीमतों पर, इसका मतलब 1 किलोवाट सिस्टम के लिए 30,000 रुपये, 2 किलोवाट सिस्टम के लिए 60,000 रुपये और 3 किलोवाट या उससे ज़्यादा सिस्टम के लिए 78,000 रुपये की सब्सिडी होगी।
योजना के लिए आवेदन करने के लिए कौन पात्र हैं?
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- घर में सोलर पैनल लगाने के लिए उपयुक्त छत होनी चाहिए।
- घर में वैध बिजली कनेक्शन होना चाहिए।
- घर में सोलर पैनल के लिए किसी अन्य सब्सिडी का लाभ नहीं ho.