
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 2 अप्रैल 2025 को घोषणा की कि ₹2000 मूल्य के 98.21% बैंक नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ चुके हैं, जिससे केवल ₹6,366 करोड़ मूल्य के नोट ही जनता के पास शेष हैं। यह घोषणा 19 मई 2023 को ₹2000 के नोटों को प्रचलन से वापस लेने के RBI के निर्णय के बाद की गई है।
परिचय: नवंबर 2016 में विमुद्रीकरण के बाद ₹2000 के नोटों की शुरुआत की गई थी, जिन्हें अब धीरे-धीरे प्रचलन से हटाया जा रहा है। RBI की इस घोषणा के बाद से इन नोटों का प्रचलन काफी कम हो गया है। अधिकांश मुद्रा जमा या बदली जा चुकी है, लेकिन एक छोटा प्रतिशत अभी भी जनता के पास है।
₹2000 के नोटों के प्रचलन में कमी:
- 19 मई 2023 तक, ₹2000 के बैंक नोटों का कुल मूल्य ₹3.56 लाख करोड़ था।
- 31 मार्च 2025 तक, यह राशि घटकर ₹6,366 करोड़ रह गई, जो 98.21% की वापसी दर को दर्शाता है।
- RBI ने पुष्टि की है कि अधिकांश नोट बैंकिंग प्रणाली में जमा या बदले जा चुके हैं।
जमा और विनिमय की सुविधा:
1. प्रारंभिक जमा और विनिमय अवधि:
- सभी बैंक शाखाओं में ₹2000 के बैंक नोटों को जमा करने और बदलने की सुविधा 7 अक्टूबर 2023 तक उपलब्ध थी।
2. RBI कार्यालयों में निरंतर विनिमय:
- 8 अक्टूबर 2023 से, व्यक्ति और संस्थाएँ 19 RBI इश्यू कार्यालयों में ₹2000 के नोट जमा कर सकते हैं।
- लोग अभी भी निर्दिष्ट RBI कार्यालयों का दौरा करके इन नोटों को जमा या बदल सकते हैं।
3. इंडिया पोस्ट के माध्यम से ₹2000 के नोट भेजना:
- इंडिया पोस्ट, RBI इश्यू कार्यालयों में बैंक खातों में जमा करने के लिए ₹2000 के नोट भेजने का विकल्प प्रदान करता है।
- यह सेवा दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए सुलभता सुनिश्चित करती है।
₹2000 के बैंक नोटों की वैधता
प्रचलन से वापस लिए जाने के बावजूद, ₹2000 के बैंक नोट अभी भी वैध मुद्रा हैं। इसका अर्थ है कि वे अभी भी लेन-देन के लिए मान्य मुद्रा के रूप में स्वीकार किए जाते हैं, हालांकि उनकी उपलब्धता अत्यंत सीमित है।
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